थकान दूर करने के आसान तरीके

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आज से  2 -3 साल पहले की बात है मैं मोदी जी का एक इंटरव्यू देख रहा था या शिक्षक दिवस पर वो बच्चों के सवालों का जबाब दे रहे थे | मुझे सही से याद नहीं है क्या था | मुझे मोदी जी का जबाब सुन कर बहुत ही मोटीवेट होता हूँ | तो सवाल -जबाब का सिलसिला चल रहा था |

तभी कोई मोदी जी से एक सवाल पूछता है |

सर आप 17 -18 घंटा तक काम करते है , सातों दिन काम करते है ,कभी छूटी भी नहीं लेते है | हमलोग जानना चाहते है की क्या आप थकते नहीं है ,या आपको थकान महसूस नहीं होता है , और यदि नहीं होती तो ना थकने के पीछे का क्या राज है ?

मोदी जी (मुस्कुराते हुए ) ” पहले मैं आपको एक कहानी सुनाता हूँ | माना की क्लास में टीचर आपको एक 20 पेज का लेख लिखने को कहते है | आप लिखना शुरू करते है | 5 पेज लिखते है , आपको लगता है अभी तो 15 पेज और लिखना है | फिर आप 10 पेज लिखते है ,आपको लगता है अरे अभी तो 10 पेज और लिखना है  | फिर कुछ समय बाद आप पूरा पेज लिख लेते है | और जब पूरा लिख लेते है तो आपको कैसा महसूस होता है | “ अरे मैंने अपना काम ही खत्म कर दिया और आप खुशी से उछल पड़ते है | या आप बैठकर ये सोचते है मैं कितना थक गया हूँ |तो क्या आपको थकान का अनुभव हुआ, नहीं   क्यूंकि आप तो काम पूरा होने का खुशी माना रहे है |

मोदी जी कहते है काम करने का थकान होता है | काम करने का तो आनंद होता है |

बात 100 % सच है की जब हम किसी काम को खत्म कर देते है तो हम शारीरिक ही नहीं मानशिक रूप से भी उस काम से बहार निकल जाते है | लेकिन यदि आप किसी काम को पूरा नहीं कर पाते है तो आप शारीरिक रूप से उससे बहार निकल भी जाते है , लेकिन मानसिक रूप से वो काम हामरे दिमाग में ही रहता है | जिसके कारन हमलोगों को पहले उस काम का तनाव होता है और बाद में वही तनाव के कारण हम थकन का अनुभव करते है |

अब सारे काम तो ऐसा होता नहीं है की वो कुछ समय में खत्म हो जायेगा | कुछ काम तो बहुत ही लम्बे समय तक चलता है | और हमारे पास समय तो सिमित होता है | इसलिए जरुरी है की जब आप अपने काम से वापस लौटे तो आप मानसिक रूप से उस काम से बहार निकल जायें | इस पोस्ट में कुछ ऐसे तरीके का बाड़े में बात कर रहा हूँ | जिसका मैं अपने जीवन में पालन करता हूँ | ये पोस्ट पूरी तरह से मैं अपने अनुभव के आधार पर लिख रहा हूँ |

1. वर्कप्लेस छोड़ने के बाद उसके बाड़े में बात/ सोचा ना करें |

मैं देखता हूँ लोग गलती क्या करते है | वर्कप्लेस में तो ठीक है आपको जितना सोचना है सोचिये , जो कर सकते है कीजिए , लेकिन घर आने के बाद उसको भूल जाये | लोग मुझ से पूछते है की तुम कैसे करते हो तो मैं बोलता हूँ ” वर्कप्लेस पर तो मैं earth पर रहता हूँ लेकिन घर जाते ही mars पर चला जाता हूँ | कहने के मतलब हुआ मैं उसके बाड़े में ना बात करता हूँ ना ही ऑफिस के किसी आदमी से मिलता हूँ | अपने परिवार के साथ मगन रहता हूँ | तो कभी भी अपने तनाव या थकान को carryforward नहीं करें |

2. पूरी तरीके से साँस लें

सांस लेना इतना स्वचालित है की हमलोगों को कभी कभी पता भी नहीं चलता की हम सांस लें  रहे है | सांस किसी भी मानसिक या शारीरिक तनाव को दूर करने का सबसे आसान तरीका है | ये काम आप कहीं भी कर सकते है , हाँ मेरा मतलब है कहीं भी  ऑफिस में कर सकते है , भीड़ में कर सकते है , घर में कर सकते है , खेल में मैदान में कर सकते है | क्यूंकि ये काम है ही इतना आसान | आपको करना इतना है की अपने आप को शांत करना है और महसूस करना है की आप सांस लें  रहे है | और हाँ पूरी तरह से सांस ले ( सांस का एक साईकल का मतलब 1 -2 sec का समय सांस को लेने और छोड़ने में लें ), हमलोग अक्सर पूरी सांस लेते ही नहीं है | यदि आप ये प्रकिर्या दिन में 2 -3 बार अपनाते है तो आप अपने आप को तनाव मुक्त रख सकते है |

लोगों को आप अक्सर ये कहते सुनते होंगे की ” दो मिनट का आराम करने दो ” | वास्तविक में  मिनट का आराम, सांस लेना ही है |

पहले मैं सोचता था कोई दो मिनट में कोई कैसे आराम कर सकता , पाँच मिनट में कोई कैसे नींद पूरा कर सकता | लेकिन मैं ये सारे काम अपने ऑफिस में करता हूँ | मैं सुबह पांच बजे उठता हूँ ,जिसके कारण मुझे लंच के बाद नींद आता है तो मैं लंच टेबल पर ही सर रखकर पांच मिनट का नींद लेता हूँ और बहुत ही तरोताजा महसूस करता हूँ |

3. एक alternate आदत डेवलप करें

सोचिए जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो स्कूल से छूटते ही आपके पास प्लान रहता था की , घर जाते ही क्रिकेट खेलने जाना है | क्या हम सोचते थे होम वर्क नहीं हुआ , क्रिकट नहीं खेलेंगे नहीं क्रिकेट खेलना है | यदि होम वर्क नहीं होता था तो हम प्लान करना है अरे चलो सुबह कर लेता हूँ या क्लास में टीचर के आने से पहले कर लेते थे “क्यों सही है न गुरु ”

इसी तरह आप अभी भी प्लान कर सकते है | ऑफिस से आने के बाद ये बुक पढ़ना , या बच्चों को पढ़ाने है या पत्नी के साथ बैडमिंटन खेलना है या जिम या योग क्लास जाना है | इस तरह आपको जो पसंद है अपने पसंद के अनुसार एक alternate आदत विकसित कर सकते है | जो आपके ऑफिस के थकान को समाप्त करने का एक कारगर तरीका है |

4. बच्चों को समय दें

बच्चों को समय देना थकान दूर करने का बहुत ही बड़ा तरीका है | मैं घर आने के बाद अपने बेटों के साथ खेलता हूँ , तो मैं सब कुछ भूल जाता हूँ किसी तरह के तनाव का अनुभव नहीं करता हूँ | और उसके उपरांत बड़ा ही रिलेक्स महसूस करता हूँ |

इसलिए बच्चों के साथ खेलना तनाव /थकन को दूर करनेवाला होता है |

5. प्रकिर्तिक में समय व्यतीत करें

प्रकिर्तिक के साथ समय व्यतीत करना अपने आप में थकन मुक्त करने का सबसे बेहतरीन तरकीब में से एक है | आप कोई पौधा लगा सकते , पौधों को पानी दे सकते , उसके देख-रेख के लिए कुछ कर सकते है |  ऐसे ही कोई कार्य आप चुन सकते ,जो आपके प्रकिर्तिक प्रेम को बढ़ाएगा और आपके थकन को दूर करेगा |

यदि  आप ऐसा कुछ नहीं कर सकते तो घास पर जा कर बैठ सकते है , पेड़ के छाया में थोड़ा आराम कर सकते है |या आपके अंदर और कुछ भी क्रिएटिविटी है तो वो कर सकते है | 

ये पांच नियम जिसको मैं अपने जीवन में अप्लाई करता हूँ | ये नियम आपके थकान को दूर करने में मदद करेगा | कैसा लगा आपको ये पोस्ट अपना अनुभव जरूर शेयर कीजिए गा और यदि ज़रूरत महसूस हो तो दूसरों को भी शेयर कीजिए गा |

जय हिन्द

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