सरसों तेल के फायदे , नुकसान और उपयोग
NCBI वेबसाइट पर छापे सर्वे के अनुसार , साल 2011 -12 और 2015 -16 में कि गयी सर्वे के अनुसार भारत कि 51% आबादी सरसों के तेल का उपयोग करती है | सरकारी आँकड़ों के अनुसार एक सामान्य भारतीय परिवार साल भर में औसतन 20-25 लीटर खाद्य तेल की खपत करता है| भारत में खाद्य तेलों की खपत में हर साल औसतन 2-3 प्रतिशत की वृद्धि होती है | भारत में सरसों के तेल का बाज़ार करीब 40 हज़ार करोड़ रुपए का है जबकि करीब 75 हज़ार करोड़ रुपए का खाद्य तेल आयात किया जाता है | सरसों तेल एक मात्र तेल है जो भारत के हर घर में किसी न किसी रूप में उपयोग किया जाता है | सरसों तेल का उपयोग प्रमुख रूप से पूर्व व् उतर-पूर्व भारत में भोजन बनाने के लिए उपयोग किया जाता है | पारंपरिक रूप से कड़वे तेल के नाम से प्रशिद्ध सरसों का तेल अपनी तासीर और गुणों के कारण कई तरह की समस्याओं में औषधिके के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
तो आज के इस पोस्ट में, मैं आपको सरसों तेल के फायदे , नुकसान , उपयोग तथा सरसों से जुड़ीं महत्वपूर्ण जानकारी साझा करूँगा |
सरसों का तेल क्या है ?– What is mustard oil in Hindi?
सरसों के तेल को सरसों पौधा के बीजों से निकाला जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका जुनसा है, जो ब्रेसिकेसी कुल से संबंद रखता है | सरसों के बीज भूरे, लाल और पीले रंग के होते है। मशीनों की मदद से इससे तेल निकाला जाता है। भारत में इसका प्रचलन ज्यादा है और प्रतिदिन बनने वाले भोजन में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह तेल जायका बढ़ाने के साथ-साथ भोजन को पौष्टिक भी बनाता है। जिसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे मस्टर्ड, संस्कृत में सर्षप, तेलुगु में अवन्यून, मलायम में कदुगेना और मराठी में मोहरीच कहा जाता है।
सरसों तेल का सबसे बड़ा उत्पाकदक भारत , पाकिस्तान और बांग्लादेश है और इसका उपयोग पूर्व और उतरपूर्व भारत , बांग्लादेश , पाकिस्तान और नेपाल में बहुतायत में किया जाता है |
सरसों तेल का उपयोग : – what is use of mustard oil in Hindi ?
- सरसों का तेल खाना बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
- किसी भी तरह के अचार बनाने के लिए सरसों के तेल का उपयोग किया जाता है |
- इस तेल का उपयोग सलाद में भी किया जाता है।
- इसके अलावा, इस तेल को बालों और त्वचा पर लगाने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
- इस तेल का उपयोग मसाज के लिए भी किया जाता है |
- पहलवानी और कुश्ती में इस तेल का मसाज के आलावा कई और तरीके से उपयोग किया जाता है |
- बहुत सारे स्थान पर लाठी को मजबूती देने के लिए उसमें सरसों के तेल का उपयोग किया जाता है |
- छोटे बच्चों को सरसों के तेल से मालिस करने से बच्चा सुन्दर और स्वस्थ होता है |
- सरसों के तेल का उपयोग नाभि में भी किया जाता है |
- ठंडे मौसम में बाल में सरसों के तेल का उपयोग करने से सर्दी से राहत मिलता है |
सरसों तेल के फायदे : – What is benefit of mustard oil in Hind?
1.जोड़ो कि समस्या में :– Benefit of mustard oil in Joint-Pain in Hindi ?
उम्र बढ़ाने के साथ जोड़ो में दर्द होना एक आम समस्या है जोड़ों के दर्द में सरसों के तेल की मालिश करने से जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है। गठिया और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए भी सरसों के तेल का नियमित उपयोग फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, जो जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या को कम करने में सहायक होते है।
2.त्वचा के लिए सरसों का तेल : – Use of mustard oil in Skin in Hindi
त्वचा के लिए यदि कोई तेल सबसे ज्यादा उपयोगी है तो वो है सरसों का तेल , क्यूँकि सरसों का तेल त्वचा को अल्ट्रावायलेट किरणों और पॉल्यूशन से बचता है। इसमें विटामिन-ई की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो त्वचा को अंदर से पोषण प्रदान कर त्वचा में नमी बनाये रखने में मददगार होती है। साथ ही सरसों के तेल में हल्दी और बेसन को मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की गंदगी साफ होती है, जिससे त्वचा सुंदर होता है।
3.अस्थमा में सरसों का तेल – Use of mustard oil in Asthma
अस्थमा से पीड़ित मरीजों के लिए सरसों के तेल का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले वाला मैग्नीशियम ,जो अस्थमा सी पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद होता है। सरसों तेल से सीने की मालिश करने पर अस्थमा से आराम मिलता है।
4.दाँतो के दर्द में सरसों का तेल– Use of mustard for dental in Hindi
दांतों के दर्द को कम करने के लिए सरसों का तेल फायदेमंद होता है। सरसों तेल में नमक मिलाकर मसूड़ों पर हल्की मालिश करने से दांत दर्द, मसूड़ों पर सूजन और दांतों से खून निकलने वाली समस्याओं में राहत मिलता है। साथ ही दांतों को मजबूत बनता है, व दांतों के पीलेपन को भी दूर करने में सहायक है।
5.कान के दर्द में सरसों का तेल – Use of mustard oil in Ear pain in Hindi
अक्सर कान के दर्द को ठीक करने के लिए सरसों के तेल का उपयोग किया जाता है और यह बहुत फायदेमंद साबित हुआ है। ऐसे में जिन लोगों को कान दर्द की समस्या है या कभी कभी कान दर्द होता है , उन लोगों के लिए सरसों के तेल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है, साथ ही कानों कि सफाई के लिए भी सरसों तेल को हल्का गर्म करके कान में दो -तीन बूँद डालने से कान साफ होता है |
6.फटे होंठ के लिए सरसों तेल -Use of mustard oil for lip in Hindi
सर्दियों में फटे होठों को ठीक करने के लिए लिप बाम का इस्तेमाल करने के बजाये सरसों के तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। सरसों तेल फटे होठों को जल्द ही ठीक करता है और उनको मुलायम बनाये रखने में भी सहायक होता है। इस तेल को रात में सोने के समय नाभि में दो -तीन बुँदे डाले, जिससे स्किन में निखार आता है |
7.संक्रमण में सरसों का तेल– Mustard oil for Bacteria
सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट नामक तत्व पाया जाता है , यह तत्व एंटी फंगल होने के कारण कवक के विकास को रोकता है। सरसों का तेल त्वचा पर चकत्ते और अन्य त्वचा संक्रमण के बचाव में भी सहायक होता है, फंगल संक्रमण से बचाव के लिए सरसों के तेल का सेवन बहुत लाभदायक होता है।
8.बालों के लिए सरसों का तेल– Mustard oil for Hair
सरसों के तेल में Vitamin-E की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो बालों के लिए लाभकारी होती है। विटामिन ई बालों को लम्बा और मजबूत बनाने रखने में सहायक होता है। इसमें नींबू का रस मिलाकर बालों में मालिश करने से यह बालों को लम्बा, घना और मजबूत बनाये रखने के साथ रुसी को भी ख़त्म करने में भी सहायक साबित होता है।
9.सूजन कम करने के लिए सरसों का तेल
किसी भी तरह के सूजन को कम करने के लिए सरसों तेल का सेवन लाभदायक होता है। सरसों के तेल में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में आयी सूजन और दर्द को कम करने में लाभदायक होता हैं। सूजन को कम करने के लिए सरसों के तेल में लहसुन को मिला के गर्म कर लें। इसको हल्के गर्म अवस्था में ही सूजन व दर्द वाले स्थान पर लगाए, इससे सूजन और दर्द दोनों में आराम मिलेगा।
10.किट निवारक के रूप में सरसों तेल
सरसों तेल लगाने के फायदे कीट निवारक के रूप में भी जाना जाता है। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक इस तेल को त्वचा पर लगाने से मच्छर या अन्य कीड़े-मकोड़े दूर रहते हैं। इसके अलावा, यह गुणकारी तेल एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के प्रभाव को भी बेअसर कर सकता है। यह जानकारी NCBI की ओर से उपलब्ध एक शोध में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है।
सरसों तेल का नुकसान– What is side effect of Mustard oil in Hindi ?
जैसा की मैं कहता हूँ ” जिसका फायदा है उसका नुकसान भी होता है ” तो सरसों तेल के कुछ नुकसान है जो निम्न है :
- सरसों के तेल में इरुसिक नाम का एसिड मौजूद होता है, जो हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इरुसिक एसिड हृदय की मांसपेशियों में लिपिडोसिस (ट्राइग्लिसराइड्स का जमाव) का कारण बन सकता है और हृदय के टिशू को क्षतिग्रस्त कर सकता है।
- कुछ लोगों को त्वचा पर सरसों तेल के इस्तेमाल से एलर्जी हो सकती है।
सरसों से जुड़ी महत्पूर्ण FAQ
1. क्या सरसों का तेल (टॉक्सिक) विषाक्त होता है?
Ans. वैसे तो सरसों के तेल में प्रत्यक्ष रूप से विषाक्त नहीं होता, लेकिन इसमें इरुसिक एसिड की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिसे अधिक मात्रा में लेने पर यह हानिकारक हो सकता है | विदेशों में इसी गुण के कारण इसे बैन कर दिया गया है | इसे सिर्फ एक्सटर्नल यूज़ में लिया जाता है |
2. सरसों तेल का तासीर कैसा होता है ?
Ans : इसका तासीर गर्म होता है, इसलिए इसे कम मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए |
3. क्या सरसों के तेल की तुलना में रिफाइंड तेल बेहतर है?
Ans: जी नहीं, रिफाइंड ऑयल की तुलना में सरसों का तेल ज्यादा अच्छा होता है। यह प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक होता है |
4. कच्ची घानी सरसों का तेल क्या है?
Ans: यह सरसों के तेल का शुद्ध रूप है। यही वजह है कि अधिकतर भारतीय गृहणी भोजन बनाने के लिए इसी तेल का उपयोग करना पसंद करती हैं। इस प्रकार का सरसों का तेल स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
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जय हिन्द
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