हिन्दी दिवस के अवसर पर जाने हिन्दी से जुडी कुछ रोचक तत्व

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हिन्दी दिवस के अवसर पर जाने हिन्दी से जुडी कुछ रोचक तत्व

हमारे देश में वैसे तो कई भाषा बोला जाता है, लेकिन जो भाषा अंतरिष्ट्रीय स्तर पर भारत का पहचान बनता है , वो भाषा हिन्दी ही है | भारत के पहचान के लिए एक लाइन जो बहुत ही ज्यादा प्रशिद्ध है वो है :

हिन्दी, हिन्दू हिन्दुस्तान

जो भारत के सभ्यता, संस्कृति और भाषा को दुनियाँ के सामने प्रदर्शित करता है | हिन्दी को भारत के राज्य-भाषा का दर्जा 14 सितम्बर 1949 को मिला, जिसके बाद हर साल 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है | हिन्दी को अंतराष्ट्रीय रूप से पहचान दिलाने में कुछ महापुरुष का बहुत बड़ा योगदान दिया है ,

जिसमें श्रध्ये अटल बिहारी बाजपाई का बहुत बड़ा योगदान है , अटल जी ऐसे पहले भारतीय थे जिन्होंने UNO में हिंदी में भाषण दिया था | बाद में इसी परम्परा को आगे बढ़ाया  पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने |

कोरोना काल में भारत के संस्कृति और भाषा को बहुत ही ज्यादा प्रशिद्ध मिला | हिन्दी के एक शब्द ” नमस्कार  या नमस्ते ” ने पूरा दुनियाँ में अभिवादन का तरीका ही बदल दिया |

पिछले कुछ समय में राजनीती ने जिस तरह से अपना करवट बदला है | उस बदलाव में हिन्दी को बहुत फायदा हुआ है |

देश के बहार ही नहीं देश के अंदर भी अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक और  सोमनाथ से कामाख्या तक हिन्दी ने बहुत तेजी से अपना विस्तार किया है | इसका सीधा सा कारण भारत सरकार का जनता के साथ सीधा संवाद वो भी हिंदी में ,आज पूरा देश ये जानना चाहता है कि भारत सरकार क्या कह रही है, जिसको लेकर हर कोई हिंदी जानने का प्रयास कर रहा है , जो निश्चित रूप से हिंदी के पक्ष में है

जिससे जो एक बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है ,वो है  हिन्दी बोलने वाले का कॉन्फिडेंस बहुत बढ़ा है और इंग्लिश का होवा कम हुआ है | अब हिंदी भाषी बच्चों को ऐसा लगने लगा है की, सफलता में भाषा किसी तरह से बाधा नहीं बन सकता है बस टैलंट रहना चाहिए |

तो हिंदी दिवस के अवसर पर मैं आपके साथ हिन्दी भाषा से जुड़ी कुछ बहुत ही रोचक तत्व साझा करना चाहता हूँ :

1. बिहार भारत का वो पहला राज्य है जिसने हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। साल 1981 तक बिहार की आधिकारिक भाषा उर्दू हुआ करती थी जिसे बाद में बदलकर हिन्दी किया गया |

2. 1950 में हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला था। 1954 में भारत सरकार ने हिंदी व्याकरण तैयार करने के लिए समिति का गठन किया।

3. विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा में हिन्दी का चौथा स्थान है

4. भारत के बाहर, हिंदी बोलने वाले लोग संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरीशस में 685,170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में करीब 8 लाख, न्यूजीलैंड में 20,000, जर्मनी में 30,000 हैं। 20 से ज्यादा देशों में हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।

5. कुल सात भाषाएं ऐसी हैं जिनका इस्तेमाल वेबएड्रस बनाने में किया जाता है, उनमें से हिंदी एक है। हिंदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि हर साल इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग 94 फीसद बढ़ रही है

6. फेसबुक ने हिंदी को लेकर बहुत ही ज्यादा अपडेट किया है , यँहा तक की हिंदी स्टिकर भी जारी किया है |

7. आज USA के 45 यूनिवर्सिटी के साथ दुनियाँ के 176 यूनिवर्सिटी में हिन्दी की पढ़ाई होता है |

8. भारत से बहार विदेश में 25 से ज्यादा न्यूज़-पेपर या जर्नल हिंदी में प्रकाशित होता है |

9. हिंदी भाषा में पहली कविता आमिर खुसरो ने लिखा था |

10. हिंदी को अपना नाम एक परसियन शब्द हिन्दू से मिला, जिसका मतलब है पवित्र नदी की भूमि। यह भी कहा जाता है कि सि़ंधु नदी के पास जो सभ्यता फैली उसे सिंधु सभ्यता और उस क्षेत्र के लोगों को हिन्दू कहा जाने लगा जो कि सिंधु शब्द से ही बना। और इनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा हिंदी कहलाई।

11. हिंदी की स्क्रिप्ट फोनेटिक (शब्द उच्चारण) पर आधारित है. यह जैसे बोली जाती है, वैसे ही लिखी भी जाती है. हिन्दी को सीखने के हिसाब से सबसे सरल language में से एक कहा जा सकता है क्योंकि इसे जैसा लिखा जाता है वैसा ही पढ़ा भी जाता है। हिन्दी में प्रत्येक Letter के alphabet का अलग ही sound होता है जो इसे बाकि भाषाओं से ज्यादा advance बनाता है।

12. हिन्दी को भारत की राष्ट्र भाषा बनाने के पहली बार माँग महांत्मा गाँधी ने 1918 के हिंदी सम्मलेन में की थी और और उन्होंने हिन्दी को जनमानस की भाषा का कहा था

13. हिन्दी संस्कृत का अपभ्रंश है। संस्कृत को देवों की भाषा भी कहा जाता है। हिन्दी और संस्कृत दोनों को देवनागरी लिपि में ही लिखा जाता है। देवनागरी लिपि का मतलब होता है देवों के यहां लिखी जाने वाली लिपि।

14.  सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं में हिंदी को शामिल कराने के लिए सालाना 250 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

15. बोलने-समझने वाले लोगों की कुल संख्या के लिहाज से हिंदी विश्व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा है।

16. कंप्यूटर-फ्रेंडली भाषा के रूप में हिंदी का प्रयोग आसान होने की वजह से हिंदी ने बड़ी तेजी से इंटरनेट पर अपनी जगह बनाई है। अप्रैल 2008 में गूगल के इंडिया मार्केटिंग विंग के अनुसार ‘हिंदी इंटरनेट यूजर्स की संख्या 2011 में 10 करोड़ थी जो 2017 में बढ़कर 50 करोड़ तक जा पहुंची। इंटरनेट पर हिंदी में सामग्री उपयोग करने की वृद्धि 94% पाई गई है।

17. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री “बॉलीवुड” दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्मे निर्मित करती है

18. हिन्दी भाषा के इतिहास पर आधारित रचना करने वाले सबसे पहले कोई भारतीय ने नहीं बल्कि एक फ्रांस के लेखक ग्रासिन द तैसी ने की थी

19. ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी की ‘वर्ल्ड इंग्लिश एडिटर’ डेनिका सालाजार के अनुसार अब तक हिंदी भाषा के 900 शब्दों को डिक्शनरी में जगह मिल चुकी है। दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी (शब्दकोश) हर साल भारतीय शब्दों को जगह दे रही है। इनमें हिंदी के शब्दों की बहुलता है। ऑक्सफोर्ड ने 2019 के मार्च संस्करण में हिंदी का शब्द ‘चड्डी’ इंग्लिश शब्दों की लिस्ट में शामिल किया है। इसी तरह बापू, सूर्य नमस्कार और अच्छा शब्द भी इस प्रतिष्ठित शब्दकोश में जगह बना चुके हैं। साल 2017 में ऑक्सफोर्ड ने करीब 70 भारतीय शब्दों को शामिल किया था, जिनमें 33 से ज्यादा हिंदी थे। इससे पहले 2017 में नारी शक्ति और 2018 में आधार शब्द को ‘हिंदी शब्द ऑफ द ईयर’ के खिताब से नवाजा गया था।

20. इजरायल के रोंडन नामक व्यक्ति ने दुनियाभर की भाषाओं के सही उच्चारण के लिए एक ऑनलाइन मंच ‘फोरवो’ तैयार किया। इसके मुताबिक उच्चारण को सुनकर अपनी गलतियों को ठीक किया जा सकता है। 2008 में शुरू हुई इस वेबसाइट में भारतीय शब्दों की धूम है। अब तक 14,741 हिंदी शब्दों को इसमें शामिल किया जा चुका है। इनमें स्त्री, ओम, किरण और रायता जैसे शब्द हैं।

21. 9. इंटरनेट के प्रसार से किसी को अगर सबसे ज्‍यादा फायदा हुआ है तो वह हिन्‍दी है। 1997 में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि भारत में 66 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं, जबकि 77 प्रतिशत इसे समझ लेते हैं। डिजिटल माध्यम में 2016 र्में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है।

आशा करता हूँ ये पोस्ट आपके हिन्दी भाषा के प्रति ज्ञान में वृद्धि किया होगा | यदि पोस्ट पसंद आया हो तो दूसरो को भी साझा करें |

जय हिन्द

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