कैसे करें सही समय प्रबंधन ?

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   ऐसा लगता है कि दिन में कभी भी पर्याप्त समय नहीं है। लेकिन, चूंकि हम सभी को समान 24 घंटे मिलते हैं, ऐसा क्यों है कि कुछ लोग अपने समय के साथ दूसरों की तुलना में बहुत अधिक हासिल करते हैं? उत्तर अच्छे समय प्रबंधन में निहित है।   

    “यदि आप स्वयं को नहीं जीतेंगे ,   तो हार जाएँगे

समय – प्रबंधन वास्तव में जीवन -प्रबंधन या खुद का प्रबंधन है | यह मूलतः समय या परस्थितियों का नहीं बल्कि स्वंय का प्रबंधन है |

1.आप समय बचा नहीं सकते

सच्चाई यह है की आप समय बचा नहीं सकते , आप बस इसे अलग तरह से उपयोग कर सकते है | आप कुछ करें या न करें समय अपने गति से ही चलता है | शायद इसी लिए किसी महान इंसान ने कहा ” समय बहुत ही मूल्वान है ” शायद इस धरती पर समय से जयादा कीमती कुछ भी नहीं है |

                              कुछ लोग हर हमेशा काम से घिरे रहते है और सोचते है , मेरे पास सच में समय नहीं रहता है तो ऐसे में आपको उस काम पर ज्यादा देना चाहिए जो ज्यादा महत्पूर्ण है | जैसे मानते है की आप किसी ऑफिस में काम करते है | आपका मैनेजर आता है और आपको कहता है इस काम को कर दो , और आप ना नहीं कर पाते है | आप क्या करते है अपना महत्पूर्ण काम को छोड़ कर उस काम में लग जाते है

                    आपको अपने समय के सही उपयोग के लिए आत्म -अनुशासित होना पड़ेगा | यही सफलता की कुंजी है | समय के प्रबंधन का मतलब है अपने काम करने के क्रम चुनने की योग्यता |

आपके कुछ काम बाकी कामों से पाँच , यहाँ तक की दस गुना ज्यादा महत्पूर्ण होते है , भले ही उसमें बराबर समय लगता हो | आपके सबसे महत्वपूर्ण काम जिसमें से 20 % आम तौर पर बड़े मुश्किल होते है | इसके विपरीत आपके 80 % काम बड़े ही आसान और आनंदयाक होते है , जिनसे आपके जीवन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है | कुछ लोग इन्ही 80 %  कामों में अपना समय व्यतीत करते है | आपको अच्छी तरह से सोच-समझकर सबसे मूलयवान और महत्वपूर्ण काम को चुनना चाहिए और फिर उसकी काम को करने के लिए खुद को तैयार करे और खुद को अनुशासित करें |

3.खुद का रणनीतिक योजना

अपने life में सर्वश्रेष्ठ पाने के लिए आपको समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करना होगा | जैसे आप सबसे अच्छे लाभ पाने के लिए धन का निवेश करते है वैसे ही आपको समय का भी निवेश करना होगा | आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए की आप अपने पास मौजूद समय के सिमित मात्रा से सर्वश्रेष्ठ परिणाम , पुरुस्कार और संतुष्टि प्राप्त करें |

4.काम करने से पहले सोचें

किसी समयसाध्य काम का वादा करने से पहले हमेशा खुद से पूछें  ” क्या यह मेरे समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग है “

  समय -प्रबंधन में आत्म-अनुशासन की कमी के कारन लोग अपने महत्वपूर्ण कामों  में भी लगातार टालमटोल करते है और कम महत्वपूर्ण या महत्वहीन कामों में अपना ज्यादा समय लगते है | बार बार ऐसा करने पर आपको इसकी आदत हो जाती है

5.प्राथमिकताएँ  vs महत्वहीनता

प्राथमिकताएँ एक ऐसी चीज़ है जिसे आप ज्यादा करते है और जल्दी से जल्दी करते है | जबकि महत्वहीनता ऐसी चीज़ है जिसे आप कम करते है या बाद में करते है जब आपके पास पहले से ही बहुत से कामों का दबाब होगा | तो कोई नया काम करने के लिए आपको पुराने कामो को छोड़ना होगा | इसी लिए किसी नये काम को वादा करने से पहले खुद से पूछें ,” मैं कौन सा पुराण काम छोड़ सकता हूँ  ताकि मेरे पास इस नये काम के लिए पर्याप्त समय रहे ?”

 अपने जीवन में रचनात्मक उपेक्षा का नियमित अभ्यास करें | सोच -समझकर तय करे के आप कौन से काम छोड़ देंगे , ताकि आपके पास उन कामों को करने के लिए ज्यादा समय रहे , जिनसे आपके भविष्य पर सचमुच प्रभाव पड़ सकता है |

6.परिणाम पहचानें

समय-प्रबंधन का जरुरत को विकसित करे वाले सबसे महत्वपूर्ण शब्दो में से एक है” उसका परिणाम ” कोई भी चीज़ उसी हद तक महत्वपूर्ण है , जिस हद तक उसके पुरे होने या अधूरे रहने के गंभीर संभावित परिणाम होते है | ठीक इसके विपरीत भी सही है कोई काम या गतिविधि उस हद तक महत्वहीन है , जिस हद तक उसके होने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है

 मिसाल के तौर पर योग करने के व्यापक परिणाम हो सकते है , जिसका आपके पुरे जीवनभर  प्रभाव हो सकता है | आपके किसी प्रमुख कार्य या प्रोजेक्ट का पूरा करना आपकी आमदनी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिणाम हो सकता है |

 दूसरी ओर सोशल मीडिया में व्यस्त रहना , कॉफी पीना , गपसप करना ऐसे कामों का आनंद हो सकता है , लेकिन इन कामों के बहुत कम परिणाम होता है या कोई परिणाम नहीं होता है | आप ये काम करते है या नहीं , इसका आपके काम या जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है | लेकिन ज्यादा तर लोग अपना समय इन्ही गतिविधयों में ही बीतते है

7.समय का प्रबंधन करना

समय प्रबंधन का एक बहुत ही सरल तंत्र है जो मैंने ब्रयान ट्रेसी की बुक ” आत्म -अनुशासन की शक्ति  ” से लिया हूँ | ब्रयान ट्रेसी बताते है की कोई  भी काम शुरू करने से पहले उस  दिन में करने वाले कार्यों की सूचि बना ले | सूचि आप रात में ही बना ले ताकि आपका अवचेतन मन आपके सोते समय भी इस सूचि पर काम करता रहे | फिर आप उस  सूचि में coding कर दें A , b , c , d , e

A=  “हर हाल में करना ही होगा “- नहीं करने पर बहुत ही बुरा परिणाम होगा

b = ” करना चाहिए”  -करने या न करने के हलके परिणाम

c =  ” करना अच्छा है ” – चाहिए आप करे या न करे कोई परिणाम नहीं होता है

d = ” सौंपे ”   -जो काम आप दुसरो को सौंप सकते है जिससे आपके पास महत्वपूर्ण काम करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा

e = “छोड़े ”  – महत्वहीन काम करने की कोई जरुरत नहीं है

अब आप अपने कार्यसूची की समीक्षा करें और काम शुरू करने से पहले हर कार्य के आगे या सामने A,B,C,D,E लिख ले |

यदि आपके पास एक श्रेणी के ज्यादा काम है तो फिर उसको A -1 , A -2 , A-3  …… में फिर categorise कर ले

नियम यह है के जब तक आपका A कार्य पूरा नहीं  तब तक b का कार्य नहीं करना है  जब आपके पास ज्यादा महत्वपूर्ण काम है तो कभी भी कम महत्वपूर्ण काम नहीं करना है

इस नियम के अनुसार अपनी सूचि व्यवस्थितकर ले | इसके बाद खुद को अनुशासित करें , ताकि आप किसी अन्य कार्य को करने से पहले सुबह सबसे पहले अपना A -1 कार्य ही शुरू करें |

8.पहली बार में ही काम पूरा करने का अभ्यास करें

हर व्यक्ति  के मन में दृढ़ , प्रभावी , शाक्तिशाली और आत्म -निर्भर महसूस करने की गहन इच्छा होती है | जब आप अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्य को करने का अनुशासन दिखते है , तो आप स्वंय में आत्म -विस्वाश और आत्म -सम्मान के भावनों को प्रेरित कर देते है |

9.समय प्रबंधन का पुरस्कार

उत्कृष्ट समय -प्रबंधन के पुरस्कार कभी खत्म नहीं होते | जैसे ही आप अपने समय के योजना बनाना शुरू करते है , प्राथमिकताएँ तय करते है और अपना हर दिन A -1 कार्य से शुरू करते है , वैसे ही आप ख़ुशी महसूस करने लगेंगे और आपको अपने जीवन पर ज्यादा नियंत्रण का एहसास होगा | आप जितनी अच्छी योजना बनाएँगे  और उस पर जितना ज्यादा अमल करेंगे , उतना ही बेहतर महसूस करेंगे |

10.एकाग्रचित रहें

विवशता- में -कार्यकुशलता का नियम कहता है ” हर चीज़ को करने के लिए कभी पर्याप्त समय नहीं होता है , लेकिन सबसे महत्वपूर्ण चीज़ो को करने के लिए हमेशा पर्याप्त समय होता है ”

 स्वंय को एकाग्रचित रखने और अपने शीर्ष कामों , गतिविधयों तथा जिम्मेदारियों पर कार्य करने के लिए आपको खुद से कुछ सवाल पूछने होंगे :

a ) मुझे नौकरी क्यों दे गई ? वास्तव में कौन से कार्य करने के लिए नौकरी पर रखा गया है ?

b ) मेरे प्रमुख परिणाम क्षेत्र कौन से हैं ?

c )मेरी सर्वोच्च महत्वपूर्ण गतिविधयों कोण से है ?

d ) मैं – और सिर्फ में ही -ऐसा क्या कर सकता हूँ , जिसे यदि अच्छी तरह किया जाए , तो उससे वास्तव में फर्क पड़ेगा ?

e ) इस वक़्त मेरे समय का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग क्या है |

आज ही से अपने जीवन के हर क्षेत्र में समय-प्रबंधन के इन प्रमुख सिद्धांतो पर अमल शरू कर दे | इन्हें अपनी नौकरी या काम-धंधें , परिवार , स्वास्थ्य , दिनचर्या और आर्थिक निर्णयों पर लागु करें | कोई बहाना नहीं चलेगा !

आपके और आपके लक्ष्यों के बीच लगभग हमेशा किसी न किसी प्रकार की समस्याओं और मुश्किलें खड़ी रहती है | दैनिक जीवन की समस्याओं  कारगर तरीके से सुलझाने की आपकी योग्यता का आपके परिणामो और सफलता पर जबर्दस्त प्रभाव हो सकता है

नमस्कार

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