चेतन भगत के सफलता का पांच मंत्र

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चेतन भगत

भारत के प्रशिद्ध उपन्यासकार और लेखक चेतन भगत , जिन्हें फोबेर्स ने अपने 100 सबसे प्रतिभवशाली लोगों के लिस्ट में भी जगह दे चूका है साथ ही वो   इंग्लिश भाषा में सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले भारतीय लेखक है | जिनकी पांच रचना पर पांच बहुत ही प्रशिद्ध फिल्म बन चूका है जिसमें 3 idiot , kai -po -chi , 2 स्टेट्स  , हेलो और हाफ गर्लफ्रेंड शामिल है |

हम अपने इस पोस्ट में चेतन भगत के सफलता का राज जानेगें की, उन्होंने एक औसत विद्यार्थी से भारत के ही नहीं दुनियाँ के कामयाब लेखक की श्रेणी में कैसे पहुंच गये , तथा उन्होंने इस सफलता के लिए क्या तरीके अपनाये थे

चेतन भगत का जन्म 1974 में एक माध्यम वर्गीय पंजाबी परिवार में होता है | उनके माता-पिता का नाम इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है | चेतन भगत के पिता आर्मी में थे और माता एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में काम करती थी | उनका बचपन दिल्ली के नरैना विहार में बीतता है | इनके बचपन के बाड़े में जय्दा जानकारी नहीं मिलती है |

इनका प्राम्भिक शिक्षा आर्मी स्कूल में होता है , चेतन भगत ऐसा बताते है की शुरुआत में ये औसत विद्यार्थी थे | इसके बाद उन्होंने जम के मेहनत किया और IIT ज्वाइन करते है, इसके बाद वो भारतीय प्रबंधन संस्थान(IIM ), अहमदाबाद से पोस्ट-ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त करते है |

चेतन भगत की सफलता किसी से छुपी हुए नहीं है | लेकिन इस सफलता के पीछे का जो मेहनत है जो तरीका है या रहस्य है हम उसके बाड़े में बात करने वाले है | चेतन भगत के सफलता के 5 मंत्र :

1. अपनी औकात जानो

चेतन भगत बताते है हिंदी का एक वर्ड है ” औकात ” जिसका की कोई इंग्लिश मीनिंग है ही नहीं क्यूँकि उसमें वो फील नहीं होता है जो हिंदी में है | वो बोलते है हमारे देश में सभी को अपना -अपना औकात पता है | जैसे मेरे पापा के पास कितना पैसा है , कितना सैलरी है , कितना बड़ा घर है , मैं क्या कर सकता हूँ बगेरा -बगेरा।………

चेतन भगत बताते है मुझे मेरी औकात 10 th के रिजल्ट के बाद मालूम चला था | वो बताते है की रिजल्ट के बाद चेतन भगत के मामा आते है और कहते है, इतने मार्क से क्या होगा , कुछ नहीं होनेवाला है | फिर चेतन भगत बताते है की वो रात में फैसला करते है की वो मोबाइल बूथ खोलेंगे और पैसा कमाएँगे |  और अगले दिन ये बात अपने माँ और मामा जी को बताते है | तब उनके मामा बोलते है “हाँ तुम ये कर सकते हो , और यही है तुम्हारा औकात ” |

ये बात उन्हें दिल में बैठ जाता और वो लोगो को अपना औकात दिखने का ठान लेते है, और उसी समय वो फैसल करते है की भारत का सबसे अच्छे कॉलेज में Admission लेने का फैसल करते है | और पहले अपने घर और आस-पास के लोगों को अपना औकात दिखते है और फिर पूरी दुनियाँ को अपना औकात दिखते है |

वो बताते है अपने आस -पास के लोगों से थोड़ा बड़ा करने की जरुरत है , आपको खुद को भी और लोगों को भी आपका औकात पता चल जाता है | और अपना औकात को जानना और उससे बड़ा करना बहुत ही जरुरी है , जीवन में सफल बनाने के लिए अपने औकात बढ़ाते रहन चाहिए |

2. अपने लक्ष्य को सही तरीके से परिभाषित करो

चेतन भगत कहते है , यदि आपको हर सुबह सब्जी लाने जाना है और सब्जी ले आते है, तो होगया ना आपका लक्ष्य पूरा | क्या इसको लक्ष्य कहते है इसको धक्का मार मोटिवेशन कहते है | जो अपने को थोड़ा सा पुश करने पर हो जाता है | इसको लक्ष्य नहीं कहते है | लोग ऐसे -ऐसे छोटे छोटे काम को लक्ष्य समझने की भूल करते है |

जबकि साधारणतः लक्ष्य कुछ महीनों या सालों का होता है | ऐसा कहा जाता है जो जितनी अच्छी तरह से लक्ष्य बनायेगा |  वो उतना ही ज्यादा सफल होगा | इसलिए लक्ष्य को ध्यान से बनाने की जरुरत है | लक्ष्य को बनाने में थोड़ा समय लें |

चेतन भगत बताते है जब उन्होंने ये फैसला किया था की भारत के सबसे अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना है तो उन्होंने सबसे पहले ये पता किया की भारत का सबसे अच्छा कॉलेज कौन सा है , उसके बाद उन्होंने ये पता किया की उसका एग्जामिनेशन का पैटर्न क्या है | और उसके लिए एक छोटा छोटा Gol बनाया और उसको हर दिन प्राप्त करना शुरू किया |

चेतन भगत कहते है आपको एक लक्ष्य को पाने के लिए हर दिन कई छोटे -छोटे लक्ष्य को पूरा करना होता है , तभी आप सफलतापूर्वक एक बड़े लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है

3. कभी quit मत करो

चेतन भगत बताते है की हम जब कोई काम शुरू करते है तो शुरुआत में तो बहुत उत्साह के साथ काम करते है | लेकिन बाद में धीरे -धीरे हमारा उत्साह कम होने लगता है, और100 में से 99 बार हम उस काम को कंटिन्यू नहीं कर पाते है

चेतन भगत उदाहरण देते है यदि आप वजन कम करने का लक्ष्य रखते है तो मीठा नहीं खाने का फैसला करते है | और आप किसी पार्टी में जाते है और आपका फ्रेंड एक मीठा लेने का रिक्वेस्ट करता है और आपके माना करने पर फाॅर्स करता है | और बोलता है एक दिन मीठा खाने से क्या होगा और आप उसका कहने पर एक मीठा खा लेते है , और फिर सोचते है एक खा ही लिया तो और खा लेता हुआ | और अगले दिन ही अपने वजन कम करने का जो लक्ष्य बनाया था उसको ये कह कर quit  देते है, कि मैं अपना कमिटमेंट पूरा नहीं कर पाया |

चेतन भगत कहते है आप ऐसे सोचिये यदि आप रस्ते में जा रहे है और कीचड़ में गिर जाते है तो क्या सोचते है अब गिर ही गया तो थोड़ा और लोट लेते है ,या स्नान कर के फिर अपने लक्ष्य की तरफ चल देते है | लक्ष्य के मामले में भी आपको यही करना है |

लाइफ में डिस्ट्रक्शन है और हम उससे बच नहीं सकते है लेकिन हमें डिस्ट्रक्शन के बाबजूद अपने लक्ष्य को कभी quit नहीं करना है  | डिस्ट्रक्शन लक्ष्य प्राप्ति में सबसे बड़ा बाधा है, इसलिए अपने लक्ष्य को हमेशा ध्यान में रखकर काम करें |

4. दोस्त सोच समझकर बनाएं

चेतन भगत कहते है आपके लक्ष्य या सफलता का आपके संगत के साथ सीधा सम्बन्ध है | इसलिए आपको अपना ग्रुप सोच समझकर चुनना चाहिए | यदि आपके दोस्त स्मोकिंग करते है और आप स्मोकिंग नहीं करने का लक्ष्य रखते है तो आपके सफल होने का संभावना 90% तक कम हो जाता है |

इसलिए अपने दोस्त को चुनने में बहुत ही सीरियस अप्प्रोच होना चाहिए | साधारणतः दोस्तों को चुनने में लोग बहुत ही casual अप्प्रोच रखते है |

 5. विनम्र बनो

सफलता मिलने के बाद भी लोगों को विनम्र रहना चाहिए | जबकि इसके विपरीत सफलता मिलने के बाद लोग अहंकारी हो जाते है | सफलता का आंकलन सिर्फ पैसा ही नहीं , इसके आलावा आप  Nama और fame भी कमाते है , जो पूर्णतः आपके स्वाभाव के ऊपर ही निर्भर है | इसको बरक़रार रखने के लिए आपका विनम्र होना बहुत जरुरी है |

तो ये थे चेतन भगत के सफलता के पांच रहस्य, आपको ये पोस्ट कैसा लगा मुझे अपने विचार से अवगत जरूर करवायेगा, तथा इस पोस्ट को बच्चों और स्टूडेंट के साथ जरूर साझा करें

जय हिन्द

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6 Comments

  1. जिंदगी के लक्ष्यों पर चेतन भगत जी का विचार प्रशंसनीय है

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