जाने कुंदरू खाने के फायदे नुकसान और इसके औषधिये गुण

Spread the love

ऐसा कहा जाता है की लोग सस्ते सामान को इज्जत नहीं करते है , ये बिलकुल सही भी | अब आप कुंदरू या कुंदरी का ही उदहारण ले सकते है हमारे घर के आस -पास जंगल में पड़ा रहता है | लेकिन कोई भी उसको उपयोग नहीं करता है, इसको इग्नोर करता है | जो लोग गांव से आते है वो तो बिल्कुल कभी ना कभी इसको इग्नोर किये होंगे | मुझे अच्छी तरह याद  है एक बार झाड़ में कुछ पका हुआ कुंदरी लटका हुआ था | और मैंने एक आदमी से पूछा ये क्या है , वो बोलता है ” ये जहर है साँप का भोजन है ” और उसके बाद मैं इसको पूरी तरह से इग्नोर कर दिया , फिर इसके बाड़े में जानना भी नहीं चाहा |

लेकिन  शहर आने के बाद जब कुंदरी को सब्जी मार्किट में बिकते देखा तो चौंक गया | और जब इसका रेट पूछा तो पता चला ये 100 रूपया kg से भी ज्यादा है | तो पता चला की ये सब्जी बहुत ही फायदेमंद सब्जी है | उसके बाद में जीवन में पहली बार कुंदरी का भुजया खाया था | उसके बाद मैं अपने खाने में अक्सर कुंदरी का उपयोग करने लगा

मैं अपने इस पोस्ट में जानेंगे की अलग -अलग भाषा में कुंदरू को क्या कहते है , साथ में इसके खाने के फायदे और उसके नुकसान को भी जानेंगे  तो कुंदरी के बाड़े में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ते रहे

कुंदरू का नाम

कुंदरू को बिम्बी के नाम से भी जाना जाता है , इसका वानस्पतिक नाम या वानस्पतिक नाम  Coccinia grandis है | ये सब्जी मूलतः अफ़्रीकी प्रजाति का है , जो अफ्रीका से भारत आया है | भारत के अलग -अलग भाषा में इसको अलग -अलग नाम से जाना जाता है |

  • Hindi : कन्दूरी, बिम्बी, कुनली, कुनरी, कुन्दुरू
  • English : Ivy gourd
  • Odia :  कुंदरू
  • Assam : कुन्डुली
  • Konkani : तेन्दुलेम
  • Kannad : कोंडे बल्ली (Konde balli)
  • Gujrati : घोलां , घोली
  • Tamil : कोवाइ (Kovai)
  • Telugu : बिम्बिका (Bimbika), दोंडातिगे (Dondatige)
  • Bengali : बिम्बु , तेला कुचा
  • Nepali : कुन्दी
  • Punjabi : घोल , कन्दूरी
  • Marathi : तोंडली
  • Malyalam : कवेल , कोवा

कुंदरी या कुंदरू क्या है और कैसा होता है ?

कुंदरू एक प्रकार का सब्जी है इसके साथ ये औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है | कुंदरू का पौधा आमतौर पर खरपतवार या झाड़ियों के रूप में पाया जाता है। यह एक मौसमी सब्जी है जो दिखने में परवल के जैसी होती है, लेकिन ये परवल से थोड़ा छोटा होता है और पकने पर लाल होने लगता है |  झाड़ी के रूप में फैले इस पेड़ के फूलों का रंग सफ़ेद होता है।

कुंदिरी का फायदा

कुंदरू के  बहुत सारे फायदे है जिसे हम एक -एक करके देखेंगे |

1. पाचन तंत्र :

पाचन तंत्र के लिए कुंदरू बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है , कुंदरू में फाइबर , पोषक तत्व और फाइटोकेमिकल पाया जाता है जो पाचन -तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है | कुंदरू पाचन-क्रिया के एंजाइमों (Digestive Enzymes) में भी मदद करता है इस कारण इसका सेवन करने से यह पाचन संबंधित विभिन्‍न समस्‍याओं को दूर करता है जो हमारे स्वस्थ के लिए लाभदयक है |

2. इम्युनिटी बढ़ाता है

कुंदरू में अच्छी मात्रा में विटामिन सी, विटामिन बी2, विटामिन बी1 और विटामिन बी3 उपलब्‍ध रहता है |  विटामिन सी और बी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity system) के लिए जरुरी तत्व में से एक है , जिसके करना कुदुरु इम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिए भी जाने जाते हैं | इस कोरोना काल में इम्युनिटी का महत्त्व सारा दुनियाँ को मालूम हो गया है | ऐसे में आप इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए कुंदरी एक और ऑप्शन बढ़ाता है |

3. मधुमेह (Diabetes )

 कुंदरू में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक का गुण पाया जाता है , जो रक्त में शुगर के स्तर को संतुलन में बनाये रखने का काम करता है, जो मधुमेह के रोगी के लिए रक्त में शुगर के लेवल को नियंत्रित करता है | साथ में ये मधुमेह के रोगी के लिए एक अच्छा विकल्प होता है , जो खाने में भी काफी स्वादिस्ट लगता है | ऐसे में कुंदरू का उपयोग मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।

इसके ऊपर एक रीसर्च भी हुआ है  एक्सपेरिमेंटल डायबिटीज रिसर्च में 2011 के एक अध्ययन ने इन दावों का समर्थन किया और दिखाया कि कुंदरू पोस्टपेंडियल रक्त शर्करा (भोजन के तुरंत बाद रक्त शर्करा के स्तर) को कम करने में सक्षम थी। इससे पता चलता है कि कुंदरू ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता को कम कर सकती है ।

4. कैंसर

कैंसर को एक जानलेवा बीमारी माना जाता है। इस रोग से पीड़ित मरीज के इलाज पर लाखों रुपये खर्च होता हैं। वहीं, कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे हैं, जिनका सेवन करने से कैंसर को होने से रोका जा सकता है। इनमें से एक कुंदरू भी है।

एंटी ऑक्‍सीडेंट (Anti-Oxidants) की उच्‍च मात्रा होने के साथ ही कुंदरू में विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन होते है जो कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। ये तत्‍व ट्यूमर कोशिकाओं के विकास और उनकी प्रभावशीलता को कम करने के लिए जाने जाते हैं। नियमित रूप से कुंदरू का उपभोग करना यह सुनिश्चित नहीं करता कि आपको कैंसर नहीं होगा, लेकिन यह निश्चित रूप से कैंसर के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।

5. दिल के लिए

पोटेशियम दिल को स्‍वस्‍थ्‍य रखने में मदद करता है और दिल के दौरे और दिल में रक्‍त संचार के प्रतिबंध (Ischemic) जैसी स्थितियों को रोकता है। यह दिल की गति और रक्‍त प्रवाह में भी मदद करता है। और कुंदरू में पोटेशियम बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है, यदि आप इसका नियमित और पर्याप्‍त मात्रा में सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर के लिए आवश्‍यक कुल पोटेशियम की कमी को पूरा कर सकता है। इसलिए दिल को स्वस्थ रखने में कुंदरू बहुत ही कारगर होता है

6. किडनी स्टोन

कुंदरू में अच्छी मात्रा में कैल्शियम मौजूद रहती है। कुछ शोध में भी ऐसी बात निकल कर आया है  कि आहार के रूप में कैल्शियम लेने पर यह गुर्दे के पत्‍थरों के गठन को कम कर सकता है। यदि आप अपने शरीर में गुर्दे के पत्‍थरों (Kidney stone) की संभावनाओं को खत्‍म करना चाहते हैं तो इसका सबसे अच्‍छा विकल्‍प कुंदरू के रूप में होता है जो कि बहुत ही प्रभावी और फायदेमंद होता है। इसके अलावा यह शरीर में पहले से बने हुए गुर्दे के पत्‍थरों को तोड़ने और उन्‍हें बाहर निकालने में भी सहायक होता है।

7. त्वचा के लिए

एंटी-इंन्‍फ्लामेट्री (Anti-inflammatory) गुणों की उपस्थिति के कारण कुंदरू त्‍वचा को स्‍वस्‍थ्‍य रखने और इससे संबंधित समस्‍याओं का निदान करने में मदद करती है। इसमें एंटीमाइक्रोबायल (Antimicrobial) गुण भी मौजूद रहते हैं जो त्‍वचा को स्‍वस्‍थ्‍य रखने में सहायक होते हैं। कुंदरू के नियमित उपयोग से आप त्वचा से सबंधित बीमारी से आसानी से छुटकारा पा सकते है |

8. कुष्ठ रोग में

यह एक औषधीय पौधा है जिसकी जड़, पत्तियां और फल (Leaves and fruits) सभी किसी न किसी समस्‍या का निदान करने में उपयोग किये जाते हैं। कुष्‍ठ रोग के उपचार के लिए कुदुरु के सभी उत्‍पादों को मिलाकर पेस्‍ट तैयार कर लें, और प्रभावित क्षेत्र में इसका इस्‍तेमाल करें। बाजार में इस समस्‍या से संबंधित बहुत सी दवाएं उपलब्‍ध हैं लेकिन कुंदरू सबसे प्रभावी और प्राकृतिक उपचार माना जाता है। यह जीवाणु संक्रमण के विरूध एंटीबायोटिक (Antibiotic) के रूप में भी अच्‍छी तरह से काम करता है।

9. नर्वस सिस्टम

एक शोध के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट नर्वस सिस्टम से जुड़े रोगों से निपटने का काम करता है, जिससे नर्वस सिस्टम को सुरक्षित रखा जा सकता है ।

वहीं, एक अन्य अध्ययन के अनुसार कुंदरू में विटामिन-सी पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है । इसलिए, कुंदरू के फायदे नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याओं में भी कारगर हैं। कुंदरू के नियमित प्रयोग आपके नर्वस सिस्टम को भी मजबूत बनती है |

10. स्टैमिना में भी

कई लोगों को किसी भी तरह का काम करने पर जल्दी थकान महसूस होने लगते है, जो की कमजोर स्टैमिना के कारण होता है | इस तरह  की समस्या से राहत पाने में आयरन सहायक हो सकता है, वहीं, कुंदरू में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है, इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि कुंदरू स्टैमिना को बढ़ाने में मदद करता है |

11. वजन घटाने में

वजन को घटाने में भूख का बहुत बड़ा रोल होता है , इसलिए डाइट में ऐसे भोजन को शामिल किया जाता है , जो पेट भी जल्दी भरे और भूख को रोक कर रखे | इसके लिए फाइबर युक्त भोजन का उपयोग किया जाता है | और कुंदरू में भी भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो वजन को कम करने में सहायक हो सकता है । फाइबर भोजन को पचाने के साथ-साथ भूख को शांत रख सकता है । इसलिए, कुंदरू के फायदे वजन कम करे में नजर आ सकते हैं।

12. सिरदर्द में भी

सिरदर्द से आराम पाने में आप कुंदरू का उपयोग कर सकते हैं। जब भी सिरदर्द हो तो कुंदरू की जड़ को पीसकर माथे पर लगाएं। यह सिरदर्द दूर करने में मदद करता है।

13. कान दर्द में भी

आयुर्वेद के अनुसार कुंदरू में मौजूद औषधीय गुण कान के दर्द से आराम दिलाने में सहायक है। विशेषज्ञों का कहना है कि कान दर्द होने पर कुंदरू के पौधे का रास निकाल ले और उसमें सरसों का तेल मिलाकर 1-2 बूँद कान में डालें। इससे कान दर्द से आराम मिलता है।

14. मुँह और जीभ के छाले में

मुँह और जीभ पर छाले होने की समस्या को ठीक करने के लिए  कुंदरू का उपयोग कर सकते है। अगर आपकी जीभ पर छाले निकल आए हैं तो कुंदरू के हरे फलों को चूसें। इससे छाले जल्दी ठीक होते हैं।

15. पेट के कीड़े में

पेट में कीड़े पड़ना एक आम समस्या है बच्चे इस समस्या से ज्यादा परेशान रहते हैं। कुंदरू के पेस्ट को एक चमच्च घी के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म होते हैं।

16. गोनोरिया

 गोनोरिया एक यौन संचारित रोग है और इसमें जननांगो के आस पास वाले हिस्सों में संक्रमण हो जाता है। अगर आप गोनोरिया से पीड़ित हैं तो कुंदरू आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार कुंदरू की पत्तियों के रस की 5 मिली मात्रा का सेवन करें। आपको इसके प्रयोग से बहुत राहत मिलेगा |

17. घाव में

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि कुंदरू की पत्तियों को घी के साथ पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है। अगर घाव में पस भर गया तो एक बार डॉक्टर से सलाह से जरूर लें |

कुंदरू के नुकसान :

जिसके फायदे है उसके कुछ नुकसान भी होता है , क्यूँकि कि ” अत्यधिक सर्वत्र वर्जते ” , ये लाइन कुंदरू पर भी लागु होता है | मेरे फूफा जी को डायबिटीज था तो डॉक्टर ने चावल , आलू , मिठाई , और भी जिसे मीठा होता है वो खाने को नहीं बोला | उन्होंने इसको पूर्ण तरीके से खाना छोड़ दिया।  जिसके कारण उनके शरीर में रक्त का लेवल बहुत ही काम होगया और उनका हालत खराब हो गया | वो जब डॉक्टर के पास गए डॉक्टर ने उनको एक ग्लास चीनी का शर्बत पीला दिया वो ठीक हो गए |

तो इसी तरह यदि आपको किसी तरह की समस्या और उसको उसी मात्रा में कम होना चाहिए | इसलिए डॉक्टर से चेकउप करवाते रहे |  अब आते है कुंदरू के नुकसान पर :

1. गर्भावस्‍था के दौरान कुंदरू सेवन करने पर सावधानी रखें क्‍योंकि इस दौरान इससे होने वाले नुकसानों की कोई विशेष जानकारी नहीं है। फिर भी आप अपने डॉक्‍टर की सलाह लें और इसके उपभोग से बचें।

2. मधुमेह के रोगी के लिए कुंदरू बहुत फायदेमंद है लेकिन यदि आप इसका ज्यादा प्रयोग करते है तो ये आपके शरीर में रक्त के लेवल को बहुत कम कर देता है | इसलिए नियमित रूप ने डॉक्टरी सलाह लेते रहे | जब रक्त का लेवल कम हो जाये तो इसका उपयोग करना बंद कर दें | कुंदरू शरीर में रक्त के स्तर को कम करता है |

3. किसी भी तरह के डॉक्टरी सलाह से पहले कुंदरू का उपयोग बंद कर दें |

4. ऐसा कहा जाता है कुंदरू का अधिक मात्रा में सेवन करने से मतली और उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है। यदि ऐसा होता है को डॉक्टर से संपर्क करें

5. यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करते हैं, तो कुंदरू का सेवन करने से पहले अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें ।

मैं अपने इस पोस्ट में कुंदरू के फायदे और नुकसान को बताया आशा करता हूँ ये पोस्ट आपको पसंद आया होगा | यदि पसंद आया है तो अपने मित्रजनों के साथ इसको साझा करें |

जय हिन्द

ऐसे और भी उपयोगी पोस्ट आप निचे पढ सकते है

परवल सब्जी एक फायदे अनेक

कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ उनके फायदे और कैल्शियम-चार्ट

कढ़ी पत्ता क्या है और इसके 15 कमाल के घरेलु फायदे

Similar Posts

7 Comments

  1. कुंदरी के बारे में बहुत सुंदर जानकारी दी है आपने।
    बहुत ही प्रशंसनीय लेख।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *