जाने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के जीवन संघर्ष को

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा

बहुत लम्बी काउंटिंग के बाद आखिरकर अमेरिका चुनाव का फैसला आया और श्रीमान जो बिडेन अपने प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप को हरा कर अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति बने | फाइट इतना तगड़ा था की अंत तक भी ये पता नहीं चल रहा था की चुनाव कौन जीत रहा है |लेकिन अंततः जित जो बिडेन की हुई |  जो बिडेन 77 साल के है और उन्हें अमेरिका सीनेट और white house में काम करने का बहुत लम्बा अनुभव है | अब देखना ये है की बिडेन कैसे राष्ट्रपति साबित होते है और दुनियाँ को क्या रास्ता दिखाते है |

आज का हमरा पोस्ट अमेरिका के नए राष्ट्रपति जोइ बिडेन के जीवन पर आधारित है , इस पोस्ट की मदद से मैं आपको जोइ बिडेन के जीवन से आपको अवगत करवाऊंगा | आखिर उनके इस सफलता का राज क्या है? कि उम्र के 8 वें दशक में भी उन्होंने इतने बुलंद हौसले से चुनाव भी लड़ा और जीता भी |

प्राम्भिक जीवन

जो बिडेन का जन्म 30 नवम्बर 1942 में पेन्सिलवा के स्क्रैंटन में हुआ है | बिडेन उच्च मध्य्वर्गीय क्लास से सम्बंद रखते थे | बिडेन का स्कूली शिक्षा लोकली हुआ और बिडेन बहुत ही कमजोर स्टूडेंट रहे थे |पढ़ाई में इतने कमजोर थे की इनको F ग्रेड भी मिला था | ये अपने क्लास में पीछे से टॉप करने के लिए जाने जाते थे | |

बाद में जो बिडेन हिस्ट्री और पोलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन करते है, यँहा भी इनका वही हाल रहता है उनके कक्षा में कुल 688 छात्र थे उसमें से बिडेन का स्थान 505 था | इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेर से Law करते है और यँहा भी उनका परफॉर्मन्स ऐसा ही था, उनके कक्षा में कुल 85 छात्र थे जिसमें बिडेन का स्थान 76 वां था | हालाँकि वो लोअर बन जाते है | आप सोचे सकते है इतने महान नेता और पढ़ाई में इतने कमजोर लेकिन बिडेन साहब ऐसे ही थे  हालाँकि वो खेल और थिएटर में काफी अच्छा थे,उनका पसंदीदा खेल फुटबॉल और बास्केटबॉल था | बिडेन बोलते बहुत अच्छा थे| जिसके चलते उन्हें शुरुआत में ही ये सलाह मिलना शुरू हो गया था की उनको राजनीती में जाना चाहिए और चुनाव लड़ना चाहिए | और उन्होंने भी इस बात को समझा और राजनीती में जाने का निश्चय किया | 

 लेकिन आपको बता दूँ जो बिडेन काफी हकलाते थे और बोलते-बोलते रुक जाते थे | लेकिन इसके बाबजूद वो दुनियाँ के सबसे पुराने लोकतंत्र के मुखिया बने | उन्होंने अपने स्पीच को सुधारने के लिए खूब मेहनत किये घंटो शीशे के सामने खड़े रहकर स्पीच देते है | ऐसे ही जो बिडेन इतने बड़े नेता नहीं बन गए, इनके अंदर जितने का जूनून था |

राजनीतिक सफर

बिडेन का राजनीतिक सफर शुरू होता है 1970 में और वो निश्चय करते है की वो सीनेटर (अमेरिकी कांग्रेस के ऊपरी सदन का सदस्य होता है ) का चुनाव लड़ेंगे|  और इसके लिए वो अपने गृह राज्य डेलावर चुनते है |

लेकिन 1972 चुनाव से मात्र एक साल पहले, उनके साथ एक दुःखद घटना घटता है | होता ये है कि जो बिडेन का पूरा परिवार क्रिशमस का शॉपिंग करने कार से जा रहा था, जिसमें उनका पूरा परिवार था, शिवाय जो बिडेन के |  तभी सामने तेज रफ़्तार से आती एक ट्रक ने उनके कार को टक्कर मार देता है | जिसमें उनकी पत्नी और बेटी (नाओमी) का निधन हो जाता है और उनके दोनों बेटे को गंभीर चोट आती है | जिसके बाद जो बिडेन पूरी तरह से टूट जाते है और वो अपने बेटे का देख रेख करने का सोचते और राजनीती कुछ समय के लिए छोड़ने का प्लान करते है | लेकिन तभी वँहा के सेनिटर उनको ऐसा नहीं करने का सलाह देते है और कहते ” आप अपने बेटे का भी देख रेख करें साथ में राजनीती में भी सक्रिय रहे | और जो बिडेन भी ऐसा ही करते है | ऐसा कहा जाता है यदि बिडेन कुछ समय के लिए राजनीती छोड़ देते तो आज अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं बन पाते |

जिंदिगी में चुनौतिओं का सामना डट के करना पड़ता है तभी मंजिल मिलती है | उसके बाद जो बिडेन 1973 में सीनेटर का चुनाव लड़ते है और 30 साल के उम्र में अमेरिका इतिहास के छठे सबसे कम उम्र के सीनेटर चुने जाते है | और वो 1973 – 2009 तक सीनेटर रहते है | जो बिडेन बहुत बेहतरीन लीडर है और उनके पास अमेरिकी कांग्रेस का बहुत लम्बा अनुभव है |

शायद आपको जान कर हैरानी होगा की जो बिडेन राष्ट्रपति बनाने का सपना 1981 से ही देखना शुरू कर दिए थे और अपना कम्पैन भी शुरू कर चुके थे | लेकिन उनका कम्पैन तेजी नहीं पकड़ सका | क्यूँकि जो बिडेन को फंडिंग का बहुत समस्या होता था वो आसानी से फण्ड नहीं जुटा पाते थे |

आपको एक बात बता दूँ की जो बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी से है जिससे बराक ओबामा थे | और उन्होंने 2009 में बराक ओबामा के समय भी अपना प्रेसडेंशनल कम्पैन चलाया था | लेकिन डेमोक्रेट्स ने बराक ओबामा को ही आगे बढ़ाया | उसके बाद जो बिडेन अपना नॉमिनेशन वापस लेते है और बराक ओबामा के लिए खूब मेहनत करते है | पहले बराक ओबमा और जो बिडेन एक दूसरे के कॉम्पिटिटर थे, लेकिन बाद में वो दोनों बहुत ही गहरे दोस्त बन जाते है | जिसके बाद बराक ओबामा उनको उपराष्ट्रपति के पद के लिए खड़ा होने का सलाह देते है | हालाँकि शुरुआत में बिडेन इसके लिए तैयार नहीं होते है लेकिन आखिरकर मान जाते है और वो बराक ओबामा के साथ 2009 – 2017 तक अमेरिका के उपराष्ट्रपति बने रहते है |

2017 में जो बिडेन एक बार फिर से राष्ट्रपति के उम्मीदवारी के लिए दावेदारी  पेश करते है लेकिन इस बार भी हिलेरी किल्टन बजी मर लेती है लेकिन जीत नहीं पति है और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप जीत जाते है |

इसके बाद 2019 से ही एक बार फिर से डेमोक्रेट्स में राष्ट्रपति उम्मीदवार का दावेदारी शुरू हो जाता है | और इस बार बिडेन अभी तक अपना कम्पैन शुरू नहीं करते है |  बर्नी सैंडर्स अपना दावेदारी पेश करते है, बाद में बिडेन भी अपना कम्पैन शुरू करते है, इस बार भी ऐसा लग रहा था की बर्नी सैंडर्स ही बजी मरेंगे , लेकिन इसी बीच COVID-19 एंट्री लेता और अमेरिका में इसके कैशेस काफी तेज से बढ़ रहा था | जिसके बाद 8 अप्रैल 2020 को बर्नी सैंडर्स अपना नॉमिनेशन वापस ले लेते है , जिसके बाद जो बिडेन के डेमोक्रेट्स की तरफ से राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने का रास्ता साफ हो जाता है | अब जो बिडेन को डोनाल्ड ट्रंप का ही सामना करना होता है , और जो बिडेन अंततः डोनाल्ड ट्रंप को हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति बनते है | इतने लम्बे इंतिज़ार के बाद वो दुनियाँ के सबसे ताकतवर देश के ताकतवर राष्ट्रपति बनते है |

जो बिडेन के विचार

जो बिडेन एक उदारवादी छवि के नेता है | जो प्राकृतिक में बहुत ज्यादा विश्वास रखते है | बिडेन जब से सीनेटर चुने गए थे, वो तब से वे लगातार क्लाइमेट का मुद्दा उठाते रहे है |  बिडेन कहते है यदि प्राकृतिक ही नहीं रहेगा तो इंसान कैसे रहेगा , इंसान का होना या ना होना प्राकृतिक के ऊपर है | इसलिए हमें जंगल , पानी , समुंद्र को बचाना होगा , और प्राकृतिक में अपनी आस्था दिखानी होगी |

कोरोना काल में जो बिडेन जैसा नेता पूरी दुनियाँ और मानव जाती के लिए वरदान साबित हो सकते है | शायद ये जो बिडेन का प्राकृतिक प्रेम ही था जिसके कारण प्राकृतिक ने अपने तरीके से बिडेन को अमेरिका का राष्ट्रपति बनाया | यदि कोरोना नहीं होता तो, ना बर्नी सैंडर्स अपन नॉमिनेशन वापस नहीं लेते और ना ही जो बिडेन को राष्ट्रपति बनने का मौका मिलता | तो हम कह सकते है प्राकृतिक ने साजिश करके बिडेन को अमेरिका का राष्ट्रपति बनाया है |

आप डोनाल्ड ट्रंप का आक्रामकता तो कई बार देखें होंगे , लेकिन जो बिडेन उतने ही शांत और संतुलित नेता है, जो बिडेन अपने पहले सम्बोदन में ही ये कहते है ” मैं डेमोक्रेट्स का नहीं पूरी अमेरिका और अमेरिकी लोगो का राष्ट्रपति हूँ , ये जीत मेरी नहीं ये अमेरिका की जित है | “

ये तो आनेवाला समय ही तय करेगा की जो बिडेन कैसे नेता साबित होते है, और अमेरिका और दुनियाँ के लिए कितने उपयोगी रहते है | लेकिन उनकी संघर्ष को देखते हुए ऐसा लगता है , बिडेन एक बेहतरीन नेता साबित होंगे |

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जो बिडेन के जीवन से आप क्या सीखते है :

1. किसी का भी पढ़ाई में कमजोर होना ये साबित नहीं करता है की वो कुछ नहीं कर सकता | यदि वो चाहे तो अमेरिका का राष्ट्रपति भी बन सकता है |

2. आपकी कमजोरी आपका ताकत बन सकता है , जैसे जो बिडेन को हकलाने और अटकने की बीमारी थी, लेकिन उन्होंने इसके ऊपर मेहनत करके दुनियाँ के सबसे बड़े डिबेट ( अमेरिकी राष्ट्रपति का डिबेट ) में भी जीत हासिल कर सकते है |

3. आप सपना देखिए और प्रयास करते रहिए, आपको सफलता निश्चित मिलेगा | बिडेन ने राष्ट्रपति बनने का सपना 1980 में देखा था और वो सपना 2020 में जा कर पूरा हुआ |

4. लाख परेशानी आये हार नहीं मानना चाहिए | एकदिन आप जीत जायेंगे और दुनियाँ आपके घुटनों में होगा |

आशा करता हूँ जो बिडेन का जीवन-गाथा आपको बहुत प्रेरित किया होगा | यदि आपको ये पोस्ट पसंद आया है तो इसको अपने दोस्तों के साथ साझा करें और कमेंट करके हमें अपने विचार से अवगत करवाएं |

जय हिन्द

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