जाने भारत के सबसे निडर एंकर अर्नब गोस्वामी के पत्रकारिता सफर को

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एक ऐसा नाम जो पिछले कई सालों से मीडिया और पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अलग ही मुकाम बनाया है | जिन्होंने अपने पत्रकारिता से दोस्त कम दुश्मन ज्यादा बनाया है | उनके बेबाक पत्रकारिता का अंदाज़ा इस बात से लगा सकते है की , जिसके शो का इंतिज़ार भारत का सबसे आमिर व्यक्ति मुकेश अंबानी भी करते है | यह पत्रकार अकेले एक मीडिया चैनल पर भारी पड़ता है | इस पत्रकार ने सुशांत सिंह राजपूत के केस को उतना उठाया और इतने तरीके से उठाया, वो भी मुंबई में रहकर महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के खिलाफ | पूरा मुंबई खासकर शिवसैनिक और मुंबई पुलिस उनेक खिलाफ हो गया | इनको हज़ारों की संख्या में धमकी आनेलगा | लेकिन ये इंसान अभी भी ताल ठोककर उनके खिलाफ बोल रहा है | यह पत्रकार कोई और नहीं one an only अर्नब गोस्वामी है |

जो पिछले कुछ दिनों से fake TRP को लेकर चर्चा में है | सारा मीडिया जगत एक झटके में अर्नब गोस्वामी के खिलाफ हो गया | क्यूँकि पूरा मीडिया जगत भी ये Republic भारत के TRP से परेशान था | वो इस मुद्दे को जोड़ शोर से उठाना शुरू कर दिए |

ये बात सच है या झूठ ये तो समय तय करेगा लेकिन प्रैक्टिकली इतना संभव नहीं है | हालाँकि अर्नब गोस्वामी ने भी मुंबई पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मानहानि का केस करने का बात कर चुके है |

तो आज का हमरा पोस्ट अर्नब गोस्वामी के पत्रकारिता के ऊपर है | इस पोस्ट के माध्यम से आप ये जान पायेंगे की अर्नब गोस्वामी कैसा पत्रकार है। अर्नब के पत्रकारिता की विशेषता क्या है ? अर्नब गोस्वामी पर क्या आरोप लगता है और क्या ये आरोप सही है या गलत ? अर्नब गोस्वामी को जानने के लिए ये पूरा पोस्ट जरूर पढ़े|

पत्रकारिता का शुरुआत

मैं आपको अर्नब गोस्वामी के निजी जीवन के बड़े में बात नहीं करने वाला हूँ | अर्नब गोस्वामी के निजी जीवन पर मैं दूसरा पोस्ट लिखूंगा | आज के पोस्ट पूरी तरह से अर्नब के पत्रकारिता के ऊपर है |अर्नब अपने पत्रकारिता जीवन का शुरआत अंग्रेजी समाचार पत्र “the Telegraph” से कोलकाता में एक संपादक के रूप में करते है | लगभग एक साल काम करते के बाद अर्नब टेलीविज़न मीडिया का रुख करते है और “The TV ” से जुड़ते है, जँहा वो दैनिक समाचार के एंकर के रूप में काम करते है और न्यूज़ टुनाइट नामक कार्यक्रम का रिपोर्टिंग करते है |  The TV में अर्नब लगभग 3 साल तक काम करते है |

उसके बाद अर्नब गोस्वामी फेमस मीडिया हाउस में से एक NDTV से जुड़ जाते है | यही से अर्नब का करियर उड़न भरना शुरू करता है | NDTV में ” न्यूज़ ऑवर ” शो के एंकरिंग करने का मौका मिला , ये शो उस जमाने में दिखाए जाने वाले सभी शो में से सबसे लम्बा विश्लेषण करने वला शो था | इस शो से अर्नब के साथ साथ NDTV को बहुत ही ज़्यदा प्रशिद्धि मिला | जिसके कारण अर्नब को NDTV में वरिष्ठ संपादक का दर्जा दिया गया |

NDTV अर्नब के सफलता की पहली सीढ़ी था , NDTV में अर्नब ने लगभग 8 साल (1998 -2006 ) तक काम किये, जँहा वो प्रमुख संपादक के टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे |

जिसके बाद अर्नब ने “Times Now ” को ज्वाइन करने का निर्णय लिया | टाइम्स नाउ में प्राइम टाइम विथ अर्नब गोस्वामी बहुत ही ज्यादा प्रशिद्ध हुआ | ये लगभग एक एक घंटा का दो शो होता था | जिसके बहुत ही जबरदस्त पैनल होता था , और बहुत विस्तृत विश्लेषण होता था |

एक बार किसी मीडिया वाले ने मुकेश अंबानी के इंटरव्यू में ये पूछा था की आप कौन सा न्यूज़ चैनल देखते है तो मुकेश अंबानी बोलेप्राइम टाइम विथ अर्नब गोस्वामी

ये प्राइम टाइम का जादू और अर्नब का अग्रेसिव अंदाज़ लोगों को बहुत ही ज़्यादा पसंद आने लगा , अर्नब के बोलने के तेजतर्रार शैली और लोगों को अपने शो में जिस तरह से एक्सपोज़ करते थे की, लोग प्राइम टाइम विथ अर्नब गोस्वामी का इन्तिज़ार करने लगे |

अर्नब गोस्वामी का प्राइम टाइम इतना प्रिशिद्ध था कीटाइम्स नाउका 70 % रेवेन्यू सिर्फ इस शो से जेनेरेट होता था | जिसके कारण अर्नब गोस्वामी को टाइम्स नाउ का चीफ एडिटर बना दिया गया | लगभग 10 साल तक ” टाइम्स नाउ ” में काम करने के बाद अर्नब गोस्वमी ने Nov 2016 में टाइम्स नाउ को भी अलविदा कह गए |

जिसके बाद लगभग 6 महीने तक लोगों को अर्नब के शो का इंतिज़ार करना पड़ा | उसके बाद अर्नब ने 6 May को अपना खुद का न्यूज़ चैनल ” Republic TV ” के नाम से शुरू किये | जो एक इंग्लिश चैनल है बाद में अर्नब ने हिनी दर्शक को टारगेट करते हुए ” Republic भारत ” नाम से हिनी चैनल का शुरुआत किया |

अर्नब के पत्रकारिता /एंकरिग का विशेषता

1. हर पत्रकार की एंकरिंग/पत्रकारिता करने का अपना एक तरीका होता है | लेकिन एक चीज़ जो सभी पत्रकार में सामान्य है वो है उनके डिबेट करवाने का तरीका , साधारणतः सभी एंकर एक सवाल पूछता है , एक व्यक्ति अपने अनुसार उसका जो भी गलत सही जबाब देता है , उसके बाद एंकर दूसरे व्यक्ति को उसको काउंटर करने को कहता है | ये कॉमन है सभी डिबेट शो में ,

लेकिन अर्नब गोस्वामी ऐसा नहीं करते है ,वो सामने वाले को to the point  बात करने को कहते है | यदि आप गलत जबाब देते है तो आपको विरोधी उसका जबाब या ऑब्जेक्शन नहीं करता है | बल्कि अर्नब उसको जबाबा देता है , जो दर्शक को बहुत ही ज्य्दा कनेक्ट करता है |

2. सारे पत्रकार बहुत ही आराम से बात करते है और कुछ भी बोले उसको सुनना सभ्यता समझते है | लेकिन अर्नब वैसे तो बहुत शांत रहते है लेकिन झूठ और गलत बोलने बार , अच्छी तरह से क्लास लगा देते है | आखिर गलत बोलने वाले को जबाब मिलना चाहिए दर्शक भी यही चाहते है | जो सिर्फ अर्नब के शो में ही होता है |

3. अर्नब के शो में ब्रेक नहीं होता है ,जरुरत पड़ने पर शो को टाइम भी बडा देते है | दूसरों शो कि तरह नहीं है की 10 मिनट में ब्रेक होना है तो होना है | स्पेसफिक टाइम में बुलेटिन होना ही है |

अर्नब दर्शक का फ्लो नहीं तोड़ते है | जो उनके शो को औरों से अलग करता है |

4. अर्नब किसी भी मुद्दे पर किसी के खिलाफ भी बोलने से नहीं डरते है | चाहे वो कोई भी हो गलत है तो गलत है | एक निडर एंकर है

5. अर्नब राष्ट्र वाद के मुद्दे पर समझौता नहीं करते है |

6. भारत के जितने भी बड़े मीडिया हाउस या नेशनल मीडिया हॉउस है वो सभी के सभी दिल्ली में है और वो राजधानी से पत्रकारिता करते है | लेकिन अर्नब दिल्ली से दूर मुंबई से दिल्ली को देखता है | ये अर्नब के नजरिया का फर्क है |

7. अर्नब किसी मुद्दे को उठता है तो उसके तह तक जाकर कवर करते है | जबकि ज़्यदातर मीडिया हाउस सिर्फ ब्रैकिंग न्यूज़ पर फोकस करता है |

अर्नब गोस्वामी पर आरोप

अर्नब गोस्वामी पर अक्सर ये आरोप लगता है कि वो एक पार्टी विशेष का पक्ष लेते है , अर्नब गोस्वामी पर बीजेपी के पक्षधर होने का आरोप लगता रहा है | ऐसा बोला जाता है की अर्नब कभी भी बीजेपी के खिलाफ बात नहीं करते है | वो हर हमेशा कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल को टारगेट करते है | तो चलिए इसका एनालिसिस करते है ये बात कितना सही है |

1. पालघर में साधु की हत्या

पालघर में जब एक भीड़ दो साधु और उसके ड्राइवर को मार देती है , तब अर्नब गोस्वामी कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते है | कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से सवाल करते है की उन्होंने अभी तक एक ट्वीट क्यूँ नहीं किया है | जिसके बाद अर्नब गोस्वामी को जान से मरने का धमकी मिलता है और उसके बाद उन्होंने सोनिया गाँधी को उसके पूर्व नाम (एंटोनिया मानिया ) से पुकारना शुरू किया और अपने शो में पुरे कांग्रेस पार्टी को challenge कर दिया |

जिसके बाद बहुत सारे लोग ने उनको कांग्रेस का विरोधी और बीजेपी का समर्थक कहने लगे | क्यूँकि उनका कहना था आप किसी को उसके पुराने नाम से नहीं पुकार सकते है |

लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूँ की अर्नब गोस्वामी ने इससे पहले भी किसी को उसके नाम से पुकारा था | और वो नेता बीजेपी के बड़े नेता योगी आदित्यनाथ थे जिनको अर्नब ने अजय कुमार विष्ट कहकर बुलाया था | तब बीजेपी ने Arnab का बहुत आलोचना किया था |

2. ललित मोदी प्रकरण

2014 में मोदी जी का सरकार बनाने के एक साल बाद , बीजेपी के बड़े नेता स्वर्गीय श्रीमती सुषमा स्वराज और राजस्थान के तात्कालिक मुख्यमंत्री वसुंदरा राजे को ललित मोदी प्रकरण में बहुत ही ज्यादा टारगेट किया था | अर्नब इस मुद्दे को अपने प्राइम टाइम में एक सफ्ताह से ज्यादा समय तक उठाते रहे | उस समय बीजेपी के कोई भी प्रवक्ता अर्नब का सामना नहीं कर पा रहे थे |

3. यूट्यूब पर आपको हज़ारो वीडियो मिल जायेगा जिस में अर्नब गोस्वामी ने बीजेपी के प्रवक्ता ही नहीं बड़े नेता को भी टारगेट किये है मैं आपको वैसे विडो के summary का लिंक निचे दे रहा हूँ |

बाकि जनता भी होशियार है आप खुद तय कर सकते है की अर्नब किस तरह की एंकर/पत्रकार है | अर्नब सेल्फ मेड पर्सन है अर्नब को किसी पॉलिटिशियन ने नहीं बनाया है |हम अर्नब गोस्वामी को पसंद इसलिए करते है क्यूँकि अर्नब ने अपनी मुकाम को अपने दम पर हासिल किया है |

एक पत्रकार के रूप में अर्नब की उपलब्धियाँ और सम्मान

1.  2008 में, अर्नब गोस्वामी को पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

2.  2012 में, अर्णब गोस्वामी ने न्यूज टेलीविजन एडिटर-इन-चीफ के लिए ENBA अवार्ड्स जीते।

3.  8 दिसंबर, 2019 को अर्नब को सर्वसम्मति से न्यूज ब्रॉडकास्टिंग फेडरेशन का अध्यक्ष चुना गया। महासंघ में 78 चैनल हैं जो एनबीएसए को बदलने की मांग करते हैं।

4. उन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के लिए 65 घंटे, अक्टूबर 2008 के ट्रस्ट वोट के लिए 26 घंटे तक लाइव एंकरिंग के शो की मेजबानी की।

5. 2003 में सर्वश्रेष्ठ एंकर के लिए एशियन टेलीविजन अवार्ड (द्वितीय पुरस्कार)

6. 2007 में सोसायटी यंग एचीवर्स अवार्ड फोर एक्सीलेनस इन द फील्ड ऑफ मीडिया

दोस्तों आशा करता हूँ ये पोस्ट आपको पसंद आया होगा , पसंद आया या नहीं आप कमेंट करके बता सकते है |

जय हिन्द जय भारत

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